80 साल की दादी ने 10 हजार फुट की ऊंचाई से लगाई छलांग, अम्मा का जज्बा देख लोग बोले- आपको सलाम है

80 साल की दादी ने 10 हजार फुट की ऊंचाई से लगाई छलांग, अम्मा का जज्बा देख लोग बोले- आपको सलाम है

यह कहानी है डॉ. श्रद्धा चौहान की, जिन्होंने 80 साल की उम्र में स्काईडाइविंग कर भारत की सबसे उम्रदराज महिला स्काईडाइवर का रिकॉर्ड अपने नाम किया। अपने जन्मदिन पर उन्होंने 10 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई और नया मुकाम हासिल किया।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

यह कहानी है डॉ. श्रद्धा चौहान की, जिन्होंने 80 साल की उम्र में स्काईडाइविंग कर भारत की सबसे उम्रदराज महिला स्काईडाइवर का रिकॉर्ड अपने नाम किया। अपने जन्मदिन पर उन्होंने 10 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई और नया मुकाम हासिल किया। खास बात यह है कि डॉ. चौहान को सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस और स्पाइनल डिस्क जैसी गंभीर समस्याएं थीं, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपने को पूरा कर दिखाया। यह स्काईडाइव हरियाणा के नारनौल एयरस्ट्रिप पर हुआ, जो दिल्ली से करीब दो घंटे दूर स्थित है। यही देश का एकमात्र सर्टिफाइड सिविल ड्रॉप जोन भी है। इस मौके पर उनके बेटे रिटायर्ड ब्रिगेडियर सौरभ सिंह शेखावत भी मौजूद थे, जो भारत के सबसे सम्मानित सेना अधिकारियों में से एक हैं। उन्होंने अपनी मां को इस सपने को सच करने में पूरी मदद की।

मां-बेटे दोनों होते हैं खुश

वीडियो में देखा जा सकता है कि ब्रिगेडियर शेखावत अपनी मां को छलांग के लिए तैयार करते हुए स्ट्रेचिंग करवा रहे हैं और गियर पहनने में मदद कर रहे हैं। जहाज से छलांग लगाने से पहले वह अपनी मां के गाल पर किस करते हुए हैप्पी बर्थडे कहते हैं। इसके बाद दोनों ने एक साथ छलांग लगाई और लैंडिंग के पल भी कैमरे में कैद हो गए, जिसमें मां-बेटे दोनों की खुशी साफ झलक रही थी।

वीडियो पर यूजर्स ने दिए ऐसे रिएक्शंस

यह वीडियो स्काईहाई इंडिया @skyhighindia ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया, जिसे 1 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। जैसे ही डॉ. चौहान ने लैंड किया, वहां मौजूद लोग उन्हें जन्मदिन की बधाई देने और उनका उत्साह बढ़ाने के लिए जमा हो गए। वीडियो पर लोगों ने डॉ. चौहान के साहस की जमकर सराहना की। एक यूजर ने लिखा, “यहां तो युवा भी स्काईडाइविंग से डरते हैं और इन्होंने 80 की उम्र में ऐसा कर दिखाया।” दूसरे ने कहा, “ये महिला सच में निडर हैं।” डॉ. श्रद्धा चौहान ने इस मौके पर कहा, “मुझे हमेशा से आसमान में उड़ने की ख्वाहिश थी। मेरे बेटे ने आज मेरा यह सपना पूरा कर दिया। यह मेरे लिए गर्व का पल है।”